मंगलवार, 15 अगस्त 2023

शिशु

शिशु लोरी के शब्द नहीं
संगीत समझता है,
बाद में सीखेगा भाषा
अभी वह अर्थ समझता है।

समझता है सबकी भाषा
सभी के अल्ले ले ले ले,
तुम्हारे वेद पुराण कुरान
अभी वह व्यर्थ समझता है।
अभी वह अर्थ समझता है।

समझने में उसको, तुम हो
कितने असमर्थ, समझता है
बाद में सीखेगा भाषा
उसी से है, जो है आशा।

- नरेश सक्सेना।
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2 टिप्‍पणियां:

  1. अर्थ तो शब्दों का निकाला जाता है। शायद कवि यह कह रहे हैं की शिशु उस प्रेम भरे भाव का मर्म बिना शब्दों के समझने में सक्षम है

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