सोमवार, 21 अगस्त 2023

साइकिल

बूढ़े के साथ बूढ़ी 
और 
जवान के साथ जवान 
साइकिल की नींद में हैं 
तीन चीज़ 
सड़क 
पैर 
हवा।

सड़क की नींद में जूते 
पैर की नींद में घास 
हवा की नींद में पत्तियाँ 
साइकिल किसी की नींद में नहीं।

जैसे कि 
हमारे घर में अकेली साइकिल 
और साइकिल के घर में 
हम-सब। 
अम्मा, बुआ और भाई-बहन 
कुल मिलाकर नौ 
एक साथ सबको ख़ुश नहीं कर पाती।

सिर्फ़ घंटी बजने जितनी मोहलत माँगने 
मेहराबदार रास्तों में 
बार-बार भटकी 
इतनी-इतनी चढ़ाइयाँ 
कि सड़क ढली 
हवा रुकी 
पैर थके 
साइकिल नहीं थकी।

जब तक वह घर में है 
बापू की यादगार है।

- शरद बिलौरे।

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3 टिप्‍पणियां:

  1. साईकल श्रम की सवारी है।उसमें सिर्फ बैठना काफी नही।उसे चलाना भी पड़ता है।अर्थात उसमें दो की सामर्थ्य लगती है।एक साईकल घर में हो तो घर भर में गति और प्रगति रहती है।वाह शरद बिल्लोरे

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