शुक्रवार, 12 जनवरी 2024

चोट

पथरीली चट्टान पर
हथौड़े की चोट
चिंगारी को जन्‍म देती है
जो गाहे-बगाहे आग बन जाती है

आग में तपकर
लोहा नर्म पड़ जाता है
ढल जाता है
मनचाहे आकार में
हथौड़े की चोट में।

एक तुम हो,
जिस पर किसी चोट का
असर नहीं होता।

- ओमप्रकाश वाल्‍मीकि।
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संपादकीय चयन 

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