शुक्रवार, 10 मई 2024

होना होगा

आँसू को आग
क्षमा को विद्रोह
शब्द को तीखी मिर्च
विचार को मनुष्य होना होगा
ख़ारिज एक शब्द नहीं हथौड़ा है
मादा की जगह लिखना होगा
सृष्टि, मोहब्बत,
जीने की कला
शीशे की नोक पर जिजीविषा
मनुष्य
लिखना नहीं
मनुष्य होना होगा।

- अर्चना लार्क।
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संपादकीय चयन 

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