मंगलवार, 3 जून 2025

बहन


ज्यादा मत हँसा कर

नहीं तो दुख पाऐगी

बरजती थी माँ

छोटी बहन को


अब नहीं हँसती बहन

उस तरह से

जिस तरह से

खिलखिलाती

उड़ रही है भानजी


बल्कि डाँटती है-

"नासपीटी

बंद कर

ज्यादा खिलखिलाएगी तो जीते जी मर जाएगी" और उदास हो जाती है


ना जाने किन स्मृतियों में खो जाती है।


 - विनोद पदरज

-----------------


- हरप्रीत सिंह पुरी के सौजन्य से 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें