गुरुवार, 26 जून 2025

बेटियाँ जब विदा होती हैं

बेटियाँ जब विदा होती हैं
उदासी की बारिश में
भीग जाता है समूचा घर

घर के हर कोने में टँगा
बेटियों की अनुपस्थिति का साइनबोर्ड
दूर से ही चमकता है

जैसे रेगिस्तान में चमकती है
दूर-दूर तक 
सिर्फ़ रेत ही रेत। 

- जसवीर त्यागी
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विजया सती के सौजन्य से 

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