बेटियाँ जब विदा होती हैं
उदासी की बारिश में
भीग जाता है समूचा घर
घर के हर कोने में टँगा
बेटियों की अनुपस्थिति का साइनबोर्ड
दूर से ही चमकता है
जैसे रेगिस्तान में चमकती है
दूर-दूर तक
सिर्फ़ रेत ही रेत।
- जसवीर त्यागी
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विजया सती के सौजन्य से
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