शुक्रवार, 6 जून 2025

सौंदर्य

हम पहाड़ का सौंदर्य देखते हैं
पहाड़ का दुख नहीं 
हम समुद्र का सौंदर्य देखते हैं 
समुद्र का दुख नहीं 
हम मरुस्थल का सौंदर्य देखते हैं 
मरुस्थल का दुख नहीं 
हम स्त्री का सौंदर्य देखते हैं 
जो पहाड़ है 
समुद्र है 
मरुस्थल है।

- विनोद पदरज
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विजया सती की पसंद 

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