हम पहाड़ का सौंदर्य देखते हैं
पहाड़ का दुख नहीं
हम समुद्र का सौंदर्य देखते हैं
समुद्र का दुख नहीं
हम मरुस्थल का सौंदर्य देखते हैं
मरुस्थल का दुख नहीं
हम स्त्री का सौंदर्य देखते हैं
जो पहाड़ है
समुद्र है
मरुस्थल है।
- विनोद पदरज
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