शुक्रवार, 23 मई 2025

जीवन का गान

                      

स्त्रियाँ रहेंगी 

मटकौरा होगा 

पितर-न्यौंती गाएँगी

दुलहन सजायी जाएगी

जवान सब सजेंगे

जीवन का गान

बना रहेगा

पेड़ रहेंगे

बेशक पत्ते झरेंगे

जीवन का गान

चलता रहेगा


पक्षी सुबह गायेंगे

भोर खूबसूरत होगी

बूढ़े टहलेंगे

और अधिक जीने की इच्छा रखेंगे 

जीवन का गान 

चलता रहेगा।

युवक-युवतियाँ प्रेम करेंगे

गाना गायेंगे 

आँख मारेंगे

लड़कियाँ मुस्कराएँगी

जीवन का गान 

चलता रहेगा ।


बच्चे सज-बज कर स्कूल जाएँगे

माताएँ पहुँचाने जाएँगी

जीवन का गान

चलता रहेगा।


मौत जिसकी होगी

वह घाट जाएगा

या मिट्टी में मिल जाएगा 

पर बच्चे जन्म लेंगे

बधाइयाँ बजेंगी

जीवन का गान

चलता रहेगा।


जीवन जैसा भी है

है बहुत दिलकश 

चाहे कुत्तों का हो

या आदमी का

जीवन का गान 

चलता रहेगा।


चलना ही चाहिए

जीवन का गान 

रुदन जीवन नहीं

जीवन है मुस्कान

जीवन का गान

चलता रहेगा।


- अनन्त मिश्र

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- हरप्रीत सिंह पुरी के सौजन्य से 

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