शुक्रवार, 17 नवंबर 2023

लेकिन मुलाक़ातें नहीं

दुख-सुख तो 
आते-जाते रहेंगे 
सब कुछ पार्थिव है यहाँ 
लेकिन मुलाक़ातें नहीं हैं 
पार्थिव 

इनकी ताज़गी 
रहेगी यहाँ 
हवा में! 

इनसे बनती हैं नई जगहें 
एक बार और मिलने के बाद भी 
एक बार और मिलने की इच्छा 
पृथ्वी पर कभी ख़त्म नहीं होगी

- आलोकधन्वा।
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विजया सती के सौजन्य से 

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