मेज़ पर, घर में, किताबों पर
आई हुई धूल झाड़ेंगे
जितना रोज़ सोते हैं
उससे कुछ देर अधिक सो जाऐंगे
पूरे हफ़्ते के पड़े हुए कपड़े
उन्हें भी धुलना होगा
छुट्टी के एक दिन में ही
छुट्टी के एक दिन में
कोई किताब लेकर बैठ जाऐंगे
या कोई सुना हुआ गीत फिर सुन लेंगे
समय बचा तो ख़रीदारी के लिए
थोड़ी देर बाज़ार निकल जाऐंगे
थोड़ी देर बाज़ार निकल जाऐंगे
कोई आराम नहीं होता
छुट्टी के एक दिन में,
छुट्टी के एक दिन में भी
छुट्टियों वाले सैकड़ों काम होते हैं
संदीप तिवारी।
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विजया सती के सौजन्य से
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंछुट्टी के दिन ही तो सबसे अधिक काम होते हैं...!
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