बुधवार, 22 नवंबर 2023

शहर

मैंने शहर को देखा और मैं मुस्कराया 
वहाँ कोई कैसे रह सकता है 
यह जानने मैं गया 
और वापस न आया।

- मंगलेश डबराल।

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