शनिवार, 3 अगस्त 2024

आदमी

मैं चींटी से डरती हूँ, कहीं काट न ले
मैं तिलचट्टे से डरती हूँ, कहीं घर पर कब्ज़ा न कर ले
मैं छिपकली से डरती हूँ कहीं ...
मैं चूहे से डरती हूँ ...
मैं बिल्ली से डरती हूँ ...
मैं कुत्ते से, सूअर से
केंचुए से, साँप से
सबसे डरती हूँ
मैं सबसे ज़्यादा तुमसे डरती हूँ
पता चला है कि तुम आदमी हो
और भी बहुत कुछ सुना है तुम्हारे बारे में!

- अलकनंदा साने
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हरप्रीत सिंह पुरी के सौजन्य से 

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