शुक्रवार, 17 जनवरी 2025

भिनभिनाना

                 

 

उन्हें पसंद नहीं

फूलों से भरी हुई घाटियाँ

खुश्बुओं से महकती हुई घाटियाँ

हरियाली से 

लहलहाती और झूमती हुई  घाटियाँ

 

वे वहाँ पर

बारूदों की दमघोंटू गँध  भर कर

उसे उजाड़े  जाने 

और जलाये जाने का

जश्न मनाते हैं

 

क्योंकि उन्हें पसंद नहीं

फूलों पर मड़राती हुईं तितलियाँ

गुनगुनाती हुई

अपनी भाषा में 

कुछ गाती हुईं मधुमक्खियाँ

 

वे उसे 

भिनभिनाना कहते हैं

 

उन्हें पसंद नहीं 

यूँ मधुमक्खियों का प्रेम प्रदर्शन

एकता का आह्वान

सामूहिकता का गान

 

उन्हें पसंद नहीं

दूर दूर तक फूलों का खिलना

उससे रस लेना

छत्ते बनाना

सामूहिकता के पर्याय का जीवंत होना

तो उन्हें कतई पसंद नहीं


-        -- ओम प्रकाश अमित

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'बिजूका' ब्लॉग स्पॉट से साभार

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