मंगलवार, 28 जनवरी 2025

मन दस-बीस नहीं होते

हर बात
ज़िंदगी के उसी मोड़ पर
ठहरी हुई है,

पर क्या करूँ,
उद्धव!
मन दस-बीस नहीं होते।

- अनिमेष मुखर्जी
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संपादकीय चयन 

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