सीखाकहाँसेरोना
धर गालहाथपरतुम
आँसूबहारहेहो
लगताहमेंहैऐसा
तुमआदमीनहींहो
भैंसोंकोआगेठेलो
हलडोरउठोलेलो
फिरगूँजेस्वरतुम्हारा
हेलोलोहेलोहेलो
धरतीतुम्हारीप्यारी
देदेगीतुम्हेंसोना
सीखाकहाँसेरोना?
- ठाकुरप्रसाद सिंह।
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संपादकीय पसंद
बढ़िया कविता
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