शनिवार, 8 जून 2024

हाथ

उसका हाथ
अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा
दुनिया को
हाथ की तरह गर्म और सुंदर होना चाहिए

- केदारनाथ सिंह
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हरप्रीत सिंह पुरी के सौजन्य से

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