मंगलवार, 15 जुलाई 2025

इच्छा

 

मैंने 

हवाओं के छोर से

बाँध दिया

इच्छाओं का दामन


देखती हूँ

वे कहाँ तक जाती हैं।


 - मधु शर्मा

-------------

संपादकीय चयन 



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें