मैं एक मनुष्य था
मैं एक कवि था
मुझमें कहीं एक उपन्यासकार भी था
लेकिन मुझमें कहीं एक मजदूर भी था
अगर यह मजदूर नहीं होता
तब मैं भूख से मर जाता।
- अविनाश मिश्र
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