शनिवार, 20 सितंबर 2025
सारंगी
जब तारों पर
हड्डियाँ रगड़ता है बजवैया
तब फूटता है
कोई स्वर
सारंगी का
- कुमार मंगलम
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हरप्रीत सिंह पुरी की पसंद
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