गुरुवार, 25 सितंबर 2025

हाइकु

० बात सबसे
   करते हैं, मगर
   मन की नहीं

० अकेली तो हूँ
   मगर भीड़ को भी
   ओढ़ लेती हूँ

० विश्वास टूटा
   मानवता का एक
   पाठ पा लिया

० भोग्या - नारी
    विज्ञापन जग के
    नशे से बचो 

० माँ ने भी जब
   छोटी बात बनाई
   लगी पराई

- ऋतु पल्लवी 
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हरप्रीत सिंह पुरी की पसंद 

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