बुधवार, 10 जुलाई 2024

अद्वैत

बहुत
दिनों बाद
मैंने सींचा पौधों को
आश्वस्त
हुआ मैं
कि आश्वस्त हुए पौधे।

- परमेन्द्र सिंह 
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हरप्रीत सिंह पुरी के सौजन्य से 

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