बुधवार, 24 जुलाई 2024

प्रेम

किसी चट्टान की
खुरदुरी सतह पर उभरी
किसी दरार पर
हौले से अपना हाथ यूँ रखो
मानो पूछ रहे हो
उससे उसकी खैरियत।

तुम देखना
कुछ समय बाद
वहाँ कोई कोंपल फूट गई होगी
अथवा
उस दरार में
पानी के निशान होंगे।
 
- सुरेश बरनवाल
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हरप्रीत सिंह पुरी के सौजन्य से 

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