रविवार, 17 दिसंबर 2023

ट्रेनें

ट्रेनें
एक भागता हुआ
घर होती हैं
जिनमें खिड़कियाँ ज्यादा
दरवाजे कम होते हैं
दृश्यावलियाँ ज्यादा
हस्तक्षेप कम होता है

जिनमें
चर्चाएँ बैठी रहती हैं
निष्कर्ष उतर जाते हैं

- राकेश मिश्र 
--------------

कविता संग्रह 'कवि का शहर' से
विजया सती की पसंद 

1 टिप्पणी:

  1. कम शब्दों में विस्तृत बात कही गई है इस लघु कविता में, अंतिम पंक्तियां बहुत सारगर्भित, चर्चाएं बैठी रहतीं हैं निष्कर्ष उतर जाती हैं।
    बहुत बहुत शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं