मंगलवार, 3 अक्तूबर 2023

आत्मा शरीर का अनंत स्वप्न

वृक्षएकशरीरहै

पृथ्वीकेशरीरसेउगताहुआऔरअटूट

फूलतभीतकफूलहैजबतकवहएकअंगहैवृक्षका

औरपत्तियाँतभीतकपत्तियाँजबतकवेवृक्षसेहीलगीहैं

जबतकतुमसाधेहोउसकेशरीरको

तभीतक

उसकीआत्माभीतुमसेअटूटहै

आत्माशरीरकाअनंतस्वप्नदेखतीहै।


- अशोक वाजपेयी।

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