वृक्षएकशरीरहै
पृथ्वीकेशरीरसेउगताहुआऔरअटूट
फूलतभीतकफूलहैजबतकवहएकअंगहैवृक्षका
औरपत्तियाँतभीतकपत्तियाँजबतकवेवृक्षसेहीलगीहैं
जबतकतुमसाधेहोउसकेशरीरको
तभीतक
उसकीआत्माभीतुमसेअटूटहै
आत्माशरीरकाअनंतस्वप्नदेखतीहै।
- अशोक वाजपेयी।
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